BA-B.Ed और BSc-B.Ed कोर्स बंद! अब ITEP से ही बनोगे शिक्षक – 2030 से लागू होगा नया नियम | Teacher Banane Ke Naye Niyam 2025

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अगर आप या आपके बच्चे शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। भारत सरकार और NCTE (राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद) ने अब फैसला किया है कि BA-B.Ed और BSc-B.Ed जैसे कोर्स अब बंद कर दिए जाएंगे। इनकी जगह अब ITEP Course को शुरू किया जाएगा।

ये फैसला सिर्फ मध्यप्रदेश ही नहीं, पूरे देश में लागू किया जाएगा। यह बदलाव नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत किया जा रहा है। सरकार का कहना है कि शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए अब यह जरूरी हो गया है।


BA-B.Ed और BSc-B.Ed कोर्स क्यों हो रहे हैं बंद?

पहले छात्र 12वीं के बाद सीधे BA-B.Ed या BSc-B.Ed कोर्स में दाखिला लेकर 4 साल में शिक्षक बन जाते थे। लेकिन सरकार का कहना है कि इससे छात्रों को पूरा प्रशिक्षण नहीं मिल पाता।

अब सरकार चाहती है कि पूरे देश में एक जैसा और अच्छा प्रशिक्षण दिया जाए। इसलिए BA-B.Ed और BSc-B.Ed जैसे कोर्सों को बंद कर दिया गया है। अब एक ही कोर्स – ITEP (Integrated Teacher Education Programme) चलेगा।


ITEP क्या है?

ITEP का मतलब है – Integrated Teacher Education Programme। ये एक नया कोर्स है, जिसे भारत सरकार ने 2021 में शुरू किया था और अब 2030 तक इसे पूरे देश में लागू कर दिया जाएगा।

ITEP कोर्स की खास बातें:

  1. ड्यूल डिग्री कोर्स:
    ITEP कोर्स में छात्र 4 साल में दो डिग्री हासिल कर सकते हैं –

    • एक स्नातक (BA या BSc)

    • दूसरी B.Ed

  2. समय की बचत:
    जहां पहले ग्रेजुएशन (3 साल) + B.Ed (2 साल) = 5 साल लगते थे,
    वहीं अब ITEP सिर्फ 4 साल में पूरा हो जाएगा।

  3. NEP 2020 के अनुसार:
    ये कोर्स नई शिक्षा नीति 2020 के तहत बनाया गया है, जिससे छात्रों को बेहतर प्रशिक्षण और आधुनिक शिक्षा मिल सके।

  4. सभी कॉलेजों में लागू:
    सरकार ने सभी कॉलेजों को कहा है कि वे धीरे-धीरे BA-B.Ed और BSc-B.Ed की जगह ITEP शुरू करें।


2030 से ITEP ही एकमात्र रास्ता

शिक्षा मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि साल 2030 के बाद से अगर किसी को शिक्षक बनना है, तो उसके पास सिर्फ ITEP कोर्स की डिग्री होनी चाहिए। यानी BA-B.Ed या BSc-B.Ed से शिक्षक बनने का रास्ता बंद हो जाएगा।

इसका मतलब है कि अब छात्र पहले से ही योजना बनाएं और उसी के अनुसार आगे की पढ़ाई करें।


छात्र और माता-पिता के लिए ये बदलाव क्या मायने रखता है?

हम जैसे मध्यम वर्गीय परिवार अक्सर सोचते हैं कि बच्चे जल्दी पढ़ाई पूरी कर लें और नौकरी पर लग जाएं। ऐसे में 12वीं के बाद BA-B.Ed एक बढ़िया विकल्प लगता था। लेकिन अब नियम बदल गए हैं।

अब बच्चे को अगर शिक्षक बनना है, तो उसे ITEP कोर्स करना होगा।

📌 माता-पिता की चिंता

“अब नए कोर्स में कैसे एडमिशन होगा? क्या ये कोर्स हमारे शहर में मिलेगा?”

सरकार की योजना है कि आने वाले कुछ सालों में हर राज्य और जिले में ITEP कोर्स शुरू किया जाएगा। इसके लिए कॉलेजों को चुना जा रहा है और खास तौर पर ट्रेनिंग दी जा रही है।


ITEP में दाखिला कैसे मिलेगा?

ITEP कोर्स में दाखिले के लिए सरकार कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (जैसे CUET या राज्य स्तरीय परीक्षा) ले सकती है। इसका मतलब है कि 12वीं के बाद छात्र को एक परीक्षा पास करनी होगी।

जरूरी दस्तावेज़:

  • 12वीं की मार्कशीट

  • आधार कार्ड

  • पासपोर्ट साइज़ फोटो

  • निवास प्रमाण

  • अगर कोई आरक्षण है तो उसका प्रमाणपत्र


ITEP कौन-कौन से कॉलेजों में मिलेगा?

अभी तक कुछ चुनिंदा कॉलेजों में ही ITEP कोर्स शुरू हुआ है, लेकिन सरकार की योजना है कि 2030 तक हर जिले में कम से कम एक ITEP कॉलेज हो

राज्य सरकारें और केंद्रीय विश्वविद्यालय मिलकर इसे लागू कर रहे हैं।


निष्कर्ष

BA-B.Ed और BSc-B.Ed कोर्स अब बीते जमाने की बात हो गए हैं। सरकार ने साफ कर दिया है कि अब देशभर में एक ही कोर्स से शिक्षक तैयार होंगे – और वो है ITEP Course

ITEP 2025 से लागू हो चुका है और 2030 तक इसे अनिवार्य कर दिया जाएगा। अब अगर आपको या आपके बच्चे को शिक्षक बनना है, तो ITEP कोर्स ही सही रास्ता है।

तो अभी से तैयारी कीजिए, सही जानकारी लीजिए और आने वाले बदलाव के लिए खुद को तैयार कीजिए

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