DELED Course Update: उत्तर प्रदेश में चल रहे DELED Course यानी डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन में अब बड़ा बदलाव किया जा रहा है। राज्य के 3041 शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों में यह नया सिलेबस एकसाथ लागू किया जाएगा। इनमें 67 सरकारी डीआईईटी (जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान) और 2974 निजी कॉलेज शामिल हैं।
यह बदलाव सीधे तौर पर National Education Policy 2020 के तहत किया जा रहा है। NCTE यानी राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की ओर से इस बदलाव की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। सबसे पहले अंग्रेजी विषय के सिलेबस में बदलाव किया जाएगा। इसके लिए भाषा शिक्षण संस्थानों के विशेषज्ञों को काम सौंपा गया है।
2014 में जब यह कोर्स BTC नाम से जाना जाता था, तब English का सिलेबस ELTI (English Language Teaching Institute) द्वारा तैयार किया गया था। लेकिन उसके बाद अब तक कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ। अब लगभग 11 साल बाद फिर से English Syllabus को पूरी तरह से नया रूप दिया जा रहा है। इस बदलाव में प्राथमिक शिक्षा को ध्यान में रखा गया है।
नई शिक्षा नीति के मुताबिक अब Pre-Primary Education पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है। इसलिए DELED Course में Nursery, LKG और UKG से जुड़े टॉपिक्स भी जोड़े जाएंगे। पुराने कोर्स में इसकी जानकारी बिल्कुल नहीं थी। अब बच्चों की शुरुआती पढ़ाई मजबूत करने के लिए यह बदलाव किया जा रहा है। इससे शिक्षक बनने वाले विद्यार्थियों को शुरुआत से ही बच्चों को पढ़ाने की समझ दी जाएगी।
इसके अलावा Information and Communication Technology (ICT) को भी कोर्स का हिस्सा बनाया गया है। अब English की पढ़ाई केवल किताबों तक सीमित नहीं होगी। शिक्षक अब Computer और Audio-Video Tools से भी बच्चों को अंग्रेजी पढ़ाएंगे। इससे क्लासरूम की पढ़ाई और रोचक होगी।
Digital Learning पर अब खास ध्यान दिया जाएगा। English पढ़ाने के लिए अब लैपटॉप, प्रोजेक्टर और ऑनलाइन लर्निंग ऐप्स की मदद ली जाएगी। इस बदलाव से छात्रों को पढ़ाई में मजा आएगा और उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
National Council of Educational Research and Training (NCERT) द्वारा कक्षा 1 से 3 तक की किताबें पहले ही बदली जा चुकी हैं। अब क्लास 8 तक NCERT के नए सिलेबस को लागू किया जाएगा। इसी के अनुसार DELED का सिलेबस भी बदला जाएगा। ताकि प्रशिक्षित शिक्षक वही तरीका अपनाएं, जो बच्चों की किताबों से मेल खाता हो।
सिलेबस में बदलाव से पहले NCTE और ELTI ने DELED प्रशिक्षकों से फीडबैक भी लिया है। कई प्रशिक्षकों ने पुराने सिलेबस की कमजोरियों को बताया था। जैसे कि अंग्रेजी बोलने की प्रैक्टिस कम होती है, बच्चों को शब्दों का सही उच्चारण नहीं सिखाया जाता, और grammar रटकर याद कराई जाती है।
अब नए सिलेबस में इन सभी बातों का ध्यान रखा जाएगा। बच्चे भाषा को केवल याद नहीं करेंगे, बल्कि उसे महसूस करेंगे, सुनेंगे और बोलेंगे भी। शिक्षक trainees को ट्रेनिंग के दौरान Activity-based Learning और Storytelling जैसे तरीके भी सिखाए जाएंगे।
यह बदलाव ऐसे समय में हो रहा है, जब देशभर में शिक्षकों की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। कई बार सरकारी स्कूलों में पढ़ाई के तरीके पर भी आलोचना होती है। लेकिन अब उम्मीद है कि जब प्रशिक्षित शिक्षक सही तरीके से ट्रेनिंग लेकर क्लासरूम में जाएंगे, तो बच्चों को भी सही गाइडेंस मिलेगा।
DELED Course का यह नया चेहरा न केवल शिक्षक को आधुनिक बनाएगा, बल्कि बच्चों को भी नई सोच और समझ देगा। अब पढ़ाई केवल लिखने और याद करने तक सीमित नहीं रहेगी। तकनीक, भाषा और सोचने की शक्ति को मिलाकर एक नया तरीका अपनाया जाएगा।
NCTE के अनुसार यह बदलाव आने वाले कुछ महीनों में सभी संस्थानों में लागू कर दिया जाएगा। सबसे पहले English सिलेबस, फिर अन्य विषयों के सिलेबस को भी अपडेट किया जाएगा। नए सिलेबस के अनुसार ट्रेनिंग मॉड्यूल्स भी तैयार किए जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में हर साल हजारों छात्र DELED Course में दाखिला लेते हैं। अब जब कोर्स ही बदल जाएगा, तो आने वाली पीढ़ी के शिक्षक भी बदले हुए और सक्षम होंगे। यह बदलाव शिक्षण जगत के लिए एक नया अध्याय है, जो शिक्षा को और बेहतर बना सकता है।