Kamdhenu Scheme 2025: हमारे देश में गाय और भैंस सिर्फ दूध देने वाला जानवर नहीं है, बल्कि परिवार का हिस्सा मानी जाती है। खासकर गांवों में हर घर में एक-आध पशु ज़रूर होता है। लेकिन अब सरकार की Kamdhenu Scheme 2025 ने इसे सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि आमदनी का मजबूत साधन भी बना दिया है।
अगर आप गाय-भैंस पालते हैं या पालने की सोच रहे हैं, तो आपके लिए यह योजना किसी कामधेनु से कम नहीं है। इस योजना के तहत सरकार पशुपालकों को cow subsidy और buffalo farming scheme के तहत आर्थिक मदद देती है, जिससे उन्हें दूध उत्पादन के साथ अच्छी कमाई भी हो सकती है।
Kamdhenu Scheme 2025 क्या है?
Kamdhenu Scheme 2025 भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही एक government dairy scheme है, जिसका मकसद गाय और भैंस पालन को बढ़ावा देना है। इसके अंतर्गत पशुपालकों को:
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उत्तम नस्ल की गाय-भैंस खरीदने पर सब्सिडी (subsidy)
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दूध उत्पादन में सुधार लाने के लिए तकनीकी मदद
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पशुओं के लिए चारा, दवाई और देखभाल की सुविधा
मिलती है।
इस योजना का खास फोकस ऐसे किसानों और छोटे पशुपालकों पर है, जो सीमित संसाधनों में अपना रोजगार बढ़ाना चाहते हैं।
कामधेनु योजना के अंतर्गत किन नस्लों पर मिल रही है सब्सिडी?
Kamdhenu Scheme 2025 के तहत सरकार उन गायों और भैंसों पर ज्यादा सब्सिडी दे रही है जो दूध उत्पादन में अव्वल हैं। जैसे:
✅ गाय की नस्लें (High-yielding cow breeds)
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साहीवाल (Sahiwal): भारत की सबसे बेहतर नस्लों में से एक, जो कम चारे में भी अच्छा दूध देती है।
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गिर (Gir): गुजरात की ये नस्ल काफी लोकप्रिय है, और 10-15 लीटर दूध रोज़ देती है।
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थरपारकर (Tharparkar): राजस्थान की ये नस्ल गर्मी में भी आसानी से टिकती है।
✅ भैंस की नस्लें (High-yielding buffalo breeds)
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मुर्रा (Murrah): हरियाणा की ये नस्ल दूध देने में नंबर वन है, और इसकी मांग पूरे भारत में है।
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जाफराबादी (Jaffarabadi): गुजरात की ये भैंस भी भारी शरीर और अधिक दूध उत्पादन के लिए जानी जाती है।
इन नस्लों को पालने पर सरकार लगभग 50% तक सब्सिडी देती है, जिससे गरीब और मध्यम वर्ग के किसान भी पशुपालन शुरू कर सकें।
कामधेनु योजना में कितनी सब्सिडी मिलती है?
cow subsidy और buffalo subsidy का प्रतिशत राज्य सरकार पर भी निर्भर करता है, लेकिन औसतन:
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गाय पर 40-50% तक सब्सिडी
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भैंस पर 30-40% तक सब्सिडी
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डेयरी यूनिट (Dairy unit) पर 25% तक सब्सिडी
मिलती है।
कुछ राज्यों में यदि लाभार्थी महिला है या अनुसूचित जाति/जनजाति से है, तो सब्सिडी और भी ज्यादा दी जाती है।
कामधेनु योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
अगर कामधेनु योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए आसान स्टेप्स को फॉलो करें:
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राज्य के पशुपालन विभाग की वेबसाइट पर जाएँ या नजदीकी सरकारी ऑफिस से जानकारी लें।
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Kamdhenu Scheme 2025 application form भरें।
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जरूरी दस्तावेज़ जैसे कि –
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आधार कार्ड
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बैंक खाता
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गाय/भैंस खरीदने का कोटेशन
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निवास प्रमाण पत्र
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जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
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फॉर्म को विभाग में जमा करें और उसके बाद फील्ड अधिकारी आपके पशुशाला का निरीक्षण करेंगे।
एक बार सब कुछ सही पाया गया, तो सब्सिडी सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है।
क्यों है Kamdhenu Scheme 2025 खास?
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गरीब और सीमांत किसानों को आत्मनिर्भर बनाती है।
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रोजगार के नए अवसर खोलती है।
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शुद्ध देसी दूध और डेयरी उत्पादों को बढ़ावा देती है।
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महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाती है।
निष्कर्ष
Kamdhenu Scheme 2025 उन सभी लोगों के लिए सुनहरा मौका है जो गाय-भैंस पालन कर एक अच्छी आमदनी कमाना चाहते हैं। सरकार की यह योजना सिर्फ सब्सिडी नहीं देती, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की ओर एक मजबूत कदम भी है। अगर आप भी पशुपालन शुरू करना चाहते हैं, तो आज ही इस योजना के लिए आवेदन करें और एक नई शुरुआत करें।